लगातार कोरोना के बढ़ते आकड़े ने हम सबको डरा दिया है| ऐसे मे बिहार की स्थिति की बात करे तो बिहार मे कोरोना के आकड़े लगतार बढ़ते नजर आ रहे हैं| शुरुआती दिनों में इसके आकरे कम थे, ऐसा लगता था कि हम जल्द ही बिहार राज्य को कोरोना फ़्री राज्य घोसित कर देते लेकिन दूसरे राज्यो से मजदूरों और अन्य लोगो के आने की वजह से बिहार मे कोरोना की स्थिति काफी गंभीर होती चली गई|
उसके बाद से लगातार आकडो मे बढ़ोत्री होती रही और बिहार राज्य कोरोना हॉटस्पॉट राज्य बन गया| ऐसे मे कहा जा सकता है कि लोगों की लापरवाही और समझ की अभाव से दिन प्रतिदिन ये आकडा़ बढती गई और 1 लाख को भी क्रॉस कर दिया| बात जब बिहार कि करते है तो यहाँ के लोगों में थोड़ी भी डर तक नही दिखती लोग लपर्बाह की तरह सड़क पर उतर रहे है, बिना वजह के बाजारों मे घुम रहे है मानो उन्हे अपनी जान प्यारी तक नही है|
यहाँ के लोगों मे लापरवाही और समझ की अभाव तो है ही और बात जब सरकार की करे तो वो भी आँख बंद करके बैठे है| बिहार में कोरोना टेस्टिंग भी नही हो रही है| यहाँ के हॉस्पिटल की बात करे तो हॉस्पिटल मे बेड्स की कमी है, सही से लोगो को सुरक्षा नही दी जा रही है|२-४ दिन तक ऐसे ही लाशे पड़ी रहती है कोई देखने वाला तक नही है| लोग ऐसे ही तड़प कर मर रहे है , ऑक्यजन् की कमी है , डॉक्टर , लोग जिन्हे भगवान के बाद की दर्जा दिया गया है आज वो लोग भी इलाज करने से इंकार कर रहे है|
हॉस्पिटल मे डॉक्टर तक नही नजर आते ऐसा लगता है मानो अब लोगों की जिंदगी भगवान के भरोसे ही पड़ी है| बिहार मे शिक्षा के अभाव से लोग को समझ नही आ रही है की जान कैसे बचाया जाए यहाँ के हॉस्पिटल मे आप देखेंगे तो मरीज के साथ उसके घर वाले भी सेवा करने हॉस्पिटल पहुँच जा रहे है जैसे मानो ये साधारण सा कोई बीमारी हो| उससे उन्हे ये नही पता होता की वो और कोरोना जैसे संक्रमण को बढ़ा रहे है|
यहाँ की सरकार को देखे तो कान मे तेल डाल कर बैठे है जैसे मानो वो बस अपनी जान की परवाह कर रहे है| अगर आज सरकार सही से लोगों को जागरूक किये होते सक्त कानून बनाए होते, लोगों के इलाज के लिए सब कुछ का सही से प्रबंध किया होता तो आज हम कोरोना जैसे महामारी से लड़ पाते और बिहार राज्य कोरोना हॉटस्पॉट राज्य नही बनता|
आज लॉकडॉन के वाबजूद समान्य दिनों की तरह बाजरे खुली है भीड़ जमा हो रही है ऐसा लगता है यहाँ के लोग कितने लापरवाह है| इस महामारी को कम करने के लिए हमे जागरूक रहना होगा, साबधानी बरतनी होगी ताकि इस महामारी से हम बच सके| और पहली की तरह रोजमर्रे की जिंदगी जी सके|